समकालीन क्षणिका खण्ड/अंक-02 अप्रैल 2017
रविवार : 12.11.2017
जयसिंह अलवरी
01.
लिखने बैठा
जब-जब मैं
आज के हालात पे कहानी
निकला सस्ता खून
महँगा पानी।
02.
बात-बात पे
बड़े-बड़े दंगे हैं
छायाचित्र : उमेश महादोषी |
सब भोले हैं
वे भी हाथ
रँगे हैं।
- दिल्ली स्वीट, सिरुगुप्पा-583121, जिला बल्लारी (कर्नाटक)/मोबा. 09886536450
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