Sunday, December 30, 2018

क्षणिका चयन-01 : मुद्रित अंक 01 व 02 के बाद

समकालीन क्षणिका            ब्लॉग अंक-03 / 52                   दिसम्बर 2018


रविवार : 30.12.2018

 ‘समकालीन क्षणिका’ के दोनों मुद्रित अंकों के बाद चयनित क्षणिकाएँ। भविष्य में प्रकाशित होने वाले अंक में क्षणिकाओं का चयन इन्हीं में से किया जायेगा।
सभी रचनाकार मित्रों से अनुरोध है कि क्षणिका सृजन के साथ अच्छी क्षणिकाओं और क्षणिका पर आलेखों का अध्ययन भी करें और स्वयं समझें कि आपकी क्षणिकाओं की प्रस्तुति हल्की तो नहीं जा रही है!


उमेश महादोषी






01.

उत्सव 
मैं जरूर मनाता
यदि
दो श्वाँसो के बीच
थोड़ा-सा समय मिल जाता!

02.

चेहरे का उत्सव है
और तुम 
पीठ पर सवार हो
रेखांकन : डॉ. सुरेंद्र वर्मा  
मेरा उत्तर है-
तुम किसका सवाल हो!

03.

आज तो देर हो गई है
तुम कल आना
रात ओढ़ लेने के बाद
सूरज से मिलना
अच्छा नहीं लगता!

  • 121, इन्द्रापुरम, निकट बी.डी.ए. कॉलोनी, बदायूँ रोड, बरेली-243001, उ.प्र./मो. 09458929004

Sunday, December 23, 2018

क्षणिका चयन-01 : मुद्रित अंक 01 व 02 के बाद

समकालीन क्षणिका            ब्लॉग अंक-03 / 51                  दिसम्बर 2018

रविवार : 23.12.2018

‘समकालीन क्षणिका’ के दोनों मुद्रित अंकों के बाद चयनित क्षणिकाएँ। भविष्य में प्रकाशित होने वाले अंक में क्षणिकाओं का चयन इन्हीं में से किया जायेगा।
सभी रचनाकार मित्रों से अनुरोध है कि क्षणिका सृजन के साथ अच्छी क्षणिकाओं और क्षणिका पर आलेखों का अध्ययन भी करें और स्वयं समझें कि आपकी क्षणिकाओं की प्रस्तुति हल्की तो नहीं जा रही है!

शैलेष गुप्त ‘वीर’








01.

‘मोबाइल’ के लिए
‘नेटवर्क’ जैसे था,
उन्हें अपने होने का
रेखाचित्र : डॉ. सुरेंद्र वर्मा 
एहसास
कुछ ऐसे था!

02

चीटियाँ भी
पानी में
चलने लगी हैं
बड़े-बड़े मगरमच्छों को
निगलने लगी हैं

  • 24/18, राधा नगर, फतेहपुर-212601, उ.प्र./मो. 09839942005

Sunday, December 16, 2018

क्षणिका चयन-01 : मुद्रित अंक 01 व 02 के बाद

समकालीन क्षणिका            ब्लॉग अंक-03 / 50                दिसम्बर 2018


क्षणिका विषयक आलेखों एवं विमर्श के लिए इन लिंक पर क्लिक करें-

01. समकालीन क्षणिका विमर्श क्षणिका विमर्श }
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रविवार : 16.12.2018


        ‘समकालीन क्षणिका’ के दोनों मुद्रित अंकों के बाद चयनित क्षणिकाएँ। भविष्य में प्रकाशित होने वाले अंक में क्षणिकाओं का चयन इन्हीं में से किया जायेगा।
       सभी रचनाकार मित्रों से अनुरोध है कि क्षणिका सृजन के साथ अच्छी क्षणिकाओं और क्षणिका पर आलेखों का अध्ययन भी करें और स्वयं समझें कि आपकी क्षणिकाओं की प्रस्तुति हल्की तो नहीं जा रही है!


चक्रधर शुक्ल










01. प्रार्थना में

प्रार्थना में
कौन जादू कर गया
मन 
प्रसन्नता से भर गया!

02. शीतलहर
छायाचित्र : अभिशक्ति गुप्ता 


दिन में 
सड़कों पर सन्नाटा
कोहरे की चादर
शीतलहर लपेटे
मार रही चाँटा।

  • एल.आई.जी.-01ए, सिंगल स्टोरी, बर्रा-06ए कानपुर-208027 उ. प्र./मो. 09455511337

Sunday, December 9, 2018

क्षणिका चयन-01 : मुद्रित अंक 01 व 02 के बाद

समकालीन क्षणिका            ब्लॉग अंक-03 / 49                  दिसम्बर 2018


नोट : मित्रो, स्तरीय क्षणिकाएँ पर्याप्त संख्या में न मिल पाने के कारण पिछले 14 अक्टूबर 2018 की पोस्ट के बाद 02 दिसम्बर तक के किसी भी रविवार को हम क्षणिकाएँ पोस्ट नहीं कर पाए। आज की पोस्ट के साथ हमने निर्णय लिया है क जब तक पर्याप्त संख्या में ़क्षणिकाएँ उपलब्ध नहीं होतीं, तब तक हर रविवार को किसी एक क्षणिकाकार की दो या तीन क्षणिकाएँ ही पोस्ट की जायेंगी ताकि यह क्रम बना रहे। 

रविवार : 09.12.2018

 ‘समकालीन क्षणिका’ के दोनों मुद्रित अंकों के बाद चयनित क्षणिकाएँ। भविष्य में प्रकाशित होने वाले अंक में क्षणिकाओं का चयन इन्हीं में से किया जायेगा।
सभी रचनाकार मित्रों से अनुरोध है कि क्षणिका सृजन के साथ अच्छी क्षणिकाओं और क्षणिका पर आलेखों का अध्ययन भी करें और स्वयं समझें कि आपकी क्षणिकाओं की प्रस्तुति हल्की तो नहीं जा रही है!

बालकृष्ण गुप्ता ‘गुरु’







01. भविष्य 

सूखी नदी के किनारे पड़ा 
बोतल बंद पानी 
गगन में चक्कर लगाते परिंदे 
धरा पर 
छायाचित्र : उमेश महादोषी 
मनुष्य के माथे पर बल


02. निराशा 

कैलेंडर से निकलकर
भविष्य के गर्त में 
ऱोज कूदती एक तारीख 
रह जाता जीवन फड़फड़ाकर.

  • डॉ. बख्शी मार्ग, खैरागढ़-491881, जिला राजनांदगांव, छ.गढ़/मो. 09424111454