समकालीन क्षणिका ब्लॉग अंक-03/337 जून 2024
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02. अविराम क्षणिका विमर्श {क्षणिका विमर्श}
रविवार : 16.06.2024
‘समकालीन क्षणिका’ के दोनों मुद्रित अंकों के बाद चयनित क्षणिकाएँ। भविष्य में प्रकाशित होने वाले अंक में क्षणिकाओं का चयन इन्हीं में से किया जायेगा।
सभी रचनाकार मित्रों से अनुरोध है कि क्षणिका सृजन के साथ अच्छी क्षणिकाओं और क्षणिका पर आलेखों का अध्ययन भी करें और स्वयं समझें कि आपकी क्षणिकाओं की प्रस्तुति हल्की तो नहीं जा रही है!
रमा द्विवेदी
01.
प्यार एक संवेदना
एक ज़ज़्बा, एक अहसास है
जिसे संसार भर के
शब्दकोश भी
परिभाषित नहीं कर सकते।
02.
रेखाचित्र : डॉ. सुरेंद्र वर्मा |
धरती की परिधि पर
सूर्य की तरह
चक्कर मत काटना
मिलन के लिए
परिधियों का टूटना
जरूरी है!
- फ़्लैट नं. 102, इम्पीरिअल मनोर अपार्टमेंट, बेगमपेट, हैदराबाद-500016, तेलंगाना
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