समकालीन क्षणिका ब्लॉग अंक-03/336 जून 2024
क्षणिका विषयक आलेखों एवं विमर्श के लिए इन लिंक पर क्लिक करें-
02. अविराम क्षणिका विमर्श {क्षणिका विमर्श}
रविवार : 09.06.2024
‘समकालीन क्षणिका’ के दोनों मुद्रित अंकों के बाद चयनित क्षणिकाएँ। भविष्य में प्रकाशित होने वाले अंक में क्षणिकाओं का चयन इन्हीं में से किया जायेगा।
सभी रचनाकार मित्रों से अनुरोध है कि क्षणिका सृजन के साथ अच्छी क्षणिकाओं और क्षणिका पर आलेखों का अध्ययन भी करें और स्वयं समझें कि आपकी क्षणिकाओं की प्रस्तुति हल्की तो नहीं जा रही है!
नरेश कुमार उदास
01.
झूठ-मूठ में लड़ना
रोना-रुलाना
एक-दूसरे को
फिर मनाना
बचपन था हमारा
कितना सुहाना!
02.
कौन है अपना
रेखाचित्र : कमलेश चौरसिया |
कौन है पराया
रिश्तों के
झूठे साँचों में
मैं तो
ढल नहीं पाया।
- आकाश-कविता निवास, लक्ष्मीपुरम, सै. बी-1, पो. बनतलाब, जि. जम्मू-181123 (ज-क)/मो. 09419768718
No comments:
Post a Comment