समकालीन क्षणिका ब्लॉग अंक-03/343 जुलाई 2024
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02. अविराम क्षणिका विमर्श {क्षणिका विमर्श}
रविवार : 28.07.2024
‘समकालीन क्षणिका’ के दोनों मुद्रित अंकों के बाद चयनित क्षणिकाएँ। भविष्य में प्रकाशित होने वाले अंक में क्षणिकाओं का चयन इन्हीं में से किया जायेगा।
सभी रचनाकार मित्रों से अनुरोध है कि क्षणिका सृजन के साथ अच्छी क्षणिकाओं और क्षणिका पर आलेखों का अध्ययन भी करें और स्वयं समझें कि आपकी क्षणिकाओं की प्रस्तुति हल्की तो नहीं जा रही है!
नरेश कुमार उदास
01.
प्रेम
न देखे
रंग-रूप
प्रेम
न देखे
जात-पात
प्रेम में है
यही विशिष्ट बात!
02.
औरत की जिंदगी
रेखाचित्र : बी मोहन नेगी |
दुनिया बेताब है
फिर भी
नहीं बदली है
अभी तक
औरत की दुनिया!
- अकाश-कविता निवास, लक्ष्मीपुरम, सै. बी-1, पो. बनतलाब, जि. जम्मू-181123 (ज-क)/मो. 09419768718
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