समकालीन क्षणिका ब्लॉग अंक-03 /100 दिसम्बर 2019
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01. समकालीन क्षणिका विमर्श {क्षणिका विमर्श }
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रविवार : 01.12.2019
‘समकालीन क्षणिका’ के दोनों मुद्रित अंकों के बाद चयनित क्षणिकाएँ। भविष्य में प्रकाशित होने वाले अंक में क्षणिकाओं का चयन इन्हीं में से किया जायेगा।
सभी रचनाकार मित्रों से अनुरोध है कि क्षणिका सृजन के साथ अच्छी क्षणिकाओं और क्षणिका पर आलेखों का अध्ययन भी करें और स्वयं समझें कि आपकी क्षणिकाओं की प्रस्तुति हल्की तो नहीं जा रही है!
विभा रश्मि
01.
आँखों का पानी
बहाने के बाद
अहसास हुआ
नादानी का।
02.
नवपल्लवों पे
हँस-हँस झूली
रेखाचित्र : डॉ. सुरेंद्र वर्मा |
बूँदें बरखा
मन में फूलीं।
03.
पिय प्यारी
ताकती राह
अटारी पर कागा
काँव-काँव बोल
बढ़ाए चाह।
- एस-1/303, लाइफस्टाइल होम्स, होम्स एवेन्यू, वाटिका इण्डिया नेक्स्ट, सेक्टर 83, गुड़गाँव-122004, हरि./मो. 09414296536
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