समकालीन क्षणिका खण्ड-01 अप्रैल 2016
क्षणिका की लघु पत्रिका ‘समकालीन क्षणिका’ के खण्ड अप्रैल 2016 में प्रकाशित रोजलीन जी की क्षणिका।
रेखाचित्र : बी. मोहन नेगी |
झरना
अनंत कालों से बहता झरना
इतना शांत/कभी नहीं देखा,
ऐसा क्या हुआ
कि/जल के
न गिरने का शोर सुनता है
और न बहने का!
- 535, गली नं. 07, निकट सैक्टर-6, कर्ण विहार, करनाल-132001,हरि./मोबा. 09467011918
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