समकालीन क्षणिका ब्लॉग अंक-03/326 मार्च 2024
सभी रचनाकार मित्रों से अनुरोध है कि क्षणिका सृजन के साथ अच्छी क्षणिकाओं और क्षणिका पर आलेखों का अध्ययन भी करें और स्वयं समझें कि आपकी क्षणिकाओं की प्रस्तुति हल्की तो नहीं जा रही है!
कंचन अपराजिता
01.
मेरे प्रेम
तेरे प्रेम की तुलना
व्यर्थ है
मैं शब्दों में जीती हूँ
तू भावों में जीता है
मैं दर्द लिखती हूँ
तू गरल पीता है...
करवा चौथ
आज मेरा भी था
दीवारों पर
तस्वीर प्यार की जब
दिख गई...
- 39/1ए सिन्दूर ग्रीन पार्क, जयचन्द्रन नगर, पालीकरनाय, चेन्नई-600100, त.नाडु
(39/1, Sindur green park, Jayachandran Nagar, Pallikarnai, Chennai-600100, T. Nadu )