समकालीन क्षणिका खण्ड/अंक-02 अप्रैल 2017
रविवार : 28.05.2017
क्षणिका की लघु पत्रिका ‘समकालीन क्षणिका’ के अप्रैल 2017 में प्रकाशित खण्ड-2 में शामिल डॉ. सुधा गुप्ता जी की क्षणिकाएँ।
सुधा गुप्ता
01.
फूल का हृदय
बींधते समय
ख्याल
सिर्फ़,
अपनी अँगुली का रहा...
02. दो पल में
कहाँ-कहाँ हो आया मन
दो पलों में
क्या-क्या पाया
खो आया मन
दो पल में....
03. घर
तिनके, धागे
कतरन, पर
नन्ही चिड़िया ने
बना लिया
घर।
रविवार : 28.05.2017
क्षणिका की लघु पत्रिका ‘समकालीन क्षणिका’ के अप्रैल 2017 में प्रकाशित खण्ड-2 में शामिल डॉ. सुधा गुप्ता जी की क्षणिकाएँ।
सुधा गुप्ता
01.
फूल का हृदय
बींधते समय
ख्याल
सिर्फ़,
अपनी अँगुली का रहा...
02. दो पल में
कहाँ-कहाँ हो आया मन
रेखाचित्र : विज्ञान व्रत |
दो पलों में
क्या-क्या पाया
खो आया मन
दो पल में....
03. घर
तिनके, धागे
कतरन, पर
नन्ही चिड़िया ने
बना लिया
घर।
- 120 बी/2, साकेत, मेरठ (उ.प्र.)/दूरभाष: 0121-2654749
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