समकालीन क्षणिका खण्ड-01 अप्रैल 2016
रविवार : 26.02.2017
अशोक दर्द
01.
कबाड़ की कीमत
जब कलेजे के टुकड़े से
ज्यादा लगाई जाती है
तब जरूर कहीं न कहीं
रेखाचित्र : उमेश महादोषी |
जिन्दा जलाई जाती है।
02.
बगावत का पाँखी
शोषण के विरुद्ध
दूर तक उड़ा,
माँ-बीबी-बच्चों के पेट
याद आते ही
तुरन्त वापस मुड़ा।
- प्रवास कुटीर, गाँव व डाक बनीखेत, तह. डलहौजी, जिला चम्बा-176303(हि.प्र.)/मो. 09418248262