Saturday, October 8, 2016

प्रथम खण्ड के क्षणिकाकार-13

 समकालीन क्षणिका             खण्ड-01                  अप्रैल 2016

रविवार  :  09.10.2016

क्षणिका की लघु पत्रिका ‘समकालीन क्षणिका’ के खण्ड अप्रैल 2016 में प्रकाशित जेन्नी शबनम जी की क्षणिकाएँ।


जेन्नी शबनम







01.
अंतरिक्ष में 
एक सेटलाइट टाँग दे
जो सिर्फ मेरी निगहबानी करे 
जब फुर्सत हो तुझे 
रिवाइंड कर 
रेखाचित्र : अनुप्रिया 
और मेरा हाल जान ले...

02.
एक मुट्ठी ही सही 
तू उसके मन में 
चाहत भर दे
लाइफ भर का 
मेरा काम 
चल जाएगा... 
  • द्वारा राजेश कुमार श्रीवास्तव, द्वितीय तल-5/7, सर्वप्रिय विहार, नई दिल्ली-110016

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