Sunday, January 28, 2024

क्षणिका चयन-01 : मुद्रित अंक 01 व 02 के बाद

समकालीन क्षणिका              ब्लॉग अंक-03/317                  जनवरी  2024

क्षणिका विषयक आलेखों एवं विमर्श के लिए इन लिंक पर क्लिक करें-

01. समकालीन क्षणिका विमर्श {क्षणिका विमर्श}
02. अविराम क्षणिका विमर्श {क्षणिका विमर्श}

रविवार  : 28.01.2024
‘समकालीन क्षणिका’ के दोनों मुद्रित अंकों के बाद चयनित क्षणिकाएँ। भविष्य में प्रकाशित होने वाले अंक में क्षणिकाओं का चयन इन्हीं में से किया जायेगा।

सभी रचनाकार मित्रों से अनुरोध है कि क्षणिका सृजन के साथ अच्छी क्षणिकाओं और क्षणिका पर आलेखों का अध्ययन भी करें और स्वयं समझें कि आपकी क्षणिकाओं की प्रस्तुति हल्की तो नहीं जा रही है!  



मिथिलेश दीक्षित




01. 

खाली हाथ 

अगर हो पाते

तो अवश्य 

कुछ लेकर जाते!


02. 

एक फूल

देखा बचपन में

आज तलक

खिला हुआ है

मेरे मन में!


03. 


सामयिक 

छायाचित्र :  उमेश महादोषी 
चुनौतियों का

तीखा है बोध,

तीखी है

प्रतिक्रिया और 

तीक्ष्ण प्रतिरोध!

  • जी-91,सी, संजयपुरम लखनऊ-226016 (उ.प्र.)

Sunday, January 21, 2024

क्षणिका चयन-01 : मुद्रित अंक 01 व 02 के बाद

समकालीन क्षणिका              ब्लॉग अंक-03/316                  जनवरी  2024

क्षणिका विषयक आलेखों एवं विमर्श के लिए इन लिंक पर क्लिक करें-

01. समकालीन क्षणिका विमर्श {क्षणिका विमर्श}
02. अविराम क्षणिका विमर्श {क्षणिका विमर्श}

रविवार  : 21.01.2024
‘समकालीन क्षणिका’ के दोनों मुद्रित अंकों के बाद चयनित क्षणिकाएँ। भविष्य में प्रकाशित होने वाले अंक में क्षणिकाओं का चयन इन्हीं में से किया जायेगा।

सभी रचनाकार मित्रों से अनुरोध है कि क्षणिका सृजन के साथ अच्छी क्षणिकाओं और क्षणिका पर आलेखों का अध्ययन भी करें और स्वयं समझें कि आपकी क्षणिकाओं की प्रस्तुति हल्की तो नहीं जा रही है! 


अनीता ललित



 

01.

बनकर जियो ऐसी मुस्कान...

कि... हर चेहरे पर खिलकर राज करो...!

न बनना किसी की... 

आँख का आँसू...

कि गिर जाओ... तो फिर उठ न सको...!


02.


मेरी नींदें मुझसे खफा हो जाती हैं...

मेरी पलकों में तुम...

ख्वाब बन के समाया न करो...!

चित्र : प्रीति अग्रवाल 


03.


भीगे-भीगे जज़्बात...

तेरी यादों की धूप में...

सीली-सीली सी महक...

एक जलतू बजूद में...

  • 1/16, विवेक खंड, गोमतीनगर, लखनऊ-226010, उ.प्र. 

Sunday, January 14, 2024

क्षणिका चयन-01 : मुद्रित अंक 01 व 02 के बाद

समकालीन क्षणिका              ब्लॉग अंक-03/315                  जनवरी  2024

क्षणिका विषयक आलेखों एवं विमर्श के लिए इन लिंक पर क्लिक करें-

01. समकालीन क्षणिका विमर्श {क्षणिका विमर्श}
02. अविराम क्षणिका विमर्श {क्षणिका विमर्श}

रविवार  : 14.01.2024
‘समकालीन क्षणिका’ के दोनों मुद्रित अंकों के बाद चयनित क्षणिकाएँ। भविष्य में प्रकाशित होने वाले अंक में क्षणिकाओं का चयन इन्हीं में से किया जायेगा।

सभी रचनाकार मित्रों से अनुरोध है कि क्षणिका सृजन के साथ अच्छी क्षणिकाओं और क्षणिका पर आलेखों का अध्ययन भी करें और स्वयं समझें कि आपकी क्षणिकाओं की प्रस्तुति हल्की तो नहीं जा रही है! 


रमा द्विवेदी 





01.


समानान्तर रेखाएँ

किसी को काटती नहीं,

इसलिए जीवन का बीजगणित,

अर्थवान हो उठता है।


02.


रेखाओं को यूँ ही

व्यर्थ मत करो, 

क्योंकि यही रेखाएँ होती हैं 

सभ्य संस्कृति और-

सभ्य समाज की धरोहर। 

रेखाचित्र : कमलेश चौरसिया 


03.


रेखाएँ खींचना मगर 

हथेली की लकीरों की तरह 

कम से कम मिल सकें 

कहीं पर तो हम! 

  • फ़्लैट नं. 102, इम्पीरिअल मनोर अपार्टमेंट, बेगमपेट, हैदराबाद-500016, तेलंगाना

Sunday, January 7, 2024

क्षणिका चयन-01 : मुद्रित अंक 01 व 02 के बाद

 समकालीन क्षणिका              ब्लॉग अंक-03/314                  जनवरी  2024

क्षणिका विषयक आलेखों एवं विमर्श के लिए इन लिंक पर क्लिक करें-

01. समकालीन क्षणिका विमर्श {क्षणिका विमर्श}
02. अविराम क्षणिका विमर्श {क्षणिका विमर्श}

रविवार  : 07.01.2024
‘समकालीन क्षणिका’ के दोनों मुद्रित अंकों के बाद चयनित क्षणिकाएँ। भविष्य में प्रकाशित होने वाले अंक में क्षणिकाओं का चयन इन्हीं में से किया जायेगा।
सभी रचनाकार मित्रों से अनुरोध है कि क्षणिका सृजन के साथ अच्छी क्षणिकाओं और क्षणिका पर आलेखों का अध्ययन भी करें और स्वयं समझें कि आपकी क्षणिकाओं की प्रस्तुति हल्की तो नहीं जा रही है!


अशोक आनन 




01.


पेड़!

तुझे जिन पत्तों पर 

इतना अभिमान था;

पतझड़ में-

वही तेरा साथ छोड़कर

हवा के साथ हो लिए।


02.


छायाचित्र : उमेश महादोषी 
पेड़!

तूने 

जिन पक्षियों को 

अपने पर नीड़ बनाने की 

इजाज़त दे, पनाह दी;

पतझड़ में-

उन्हीं ने 

तुझे अकेला छोड़-

अपना पल्ला झाड़ लिया।

  • 11/82, जूना बाज़ार, मक्सी, जिला शाजापुर-465106, म.प्र.