Sunday, September 17, 2017

खण्ड-2 के क्षणिकाकार-31

समकालीन क्षणिका             खण्ड/अंक-02                   अप्रैल 2017



रविवार  :  17.09.2017

क्षणिका की लघु पत्रिका ‘समकालीन क्षणिका’ के अप्रैल 2017 में प्रकाशित खण्ड-2 में शामिल श्री ध्रुव तांती जी की क्षणिका। 



ध्रुव तांती







आधुनिक प्रेयसी

मैं नहीं जानता 
कि तुम/झूठ से कितनी दूर हो
सत्य के कितना करीब हो
है यह मेरी अवधारणा
झूठ-सत्य के बीच खड़ी हो!


  • ग्राम व पोस्ट: मैना ग्राम वाया महिषी, जिला सहरसा-852216, बिहार/मो. 09431463466

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