Sunday, April 16, 2017

प्रथम खण्ड के क्षणिकाकार-50

समकालीन क्षणिका             खण्ड-01                  अप्रैल 2016


रविवार  :  16.04.2017

क्षणिका की लघु पत्रिका ‘समकालीन क्षणिका’ के खण्ड अप्रैल 2016 में प्रकाशित कुँवर प्रेमिल
 जी की क्षणिकाएँ। 




कुँवर प्रेमिल







01. सुबह सलौनी
अँधेरे कक्ष खोलकर
स्वर्णिम ऊषा ने
सोना बिखेरा है
कली-कली भँवर
फूल-फूल तितली है
हाथ में लेकर पिचकारी
रंगीन सुबह 
घूमने निकली है।

02. कमजोर
चीटी ने चिड़िया को
छायाचित्र  : उमेश महादोषी 
चिड़िया ने चुहिया को डाँटा
दरअसल
कमजोर किसी को 
मार नहीं सकते हैं- चाँटा!

03. मंत्रणा
आओ हम और तुम
मिलकर एक गुप्त मंत्रणा करें
और इसके पहले
दीवारों के कान 
रुई के फाहों से भरें!
  • एम.आई.जी.-8, विजयनगर, जबलपुर-482002, म.प्र./मोबाइल : 09301822782

No comments:

Post a Comment