समकालीन क्षणिका ब्लॉग अंक-03/301 अक्टूबर 2023
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01. समकालीन क्षणिका विमर्श { क्षणिका विमर्श}
02. अविराम क्षणिका विमर्श {क्षणिका विमर्श}
रविवार : 08.10.2023
‘समकालीन क्षणिका’ के दोनों मुद्रित अंकों के बाद चयनित क्षणिकाएँ। भविष्य में प्रकाशित होने वाले अंक में क्षणिकाओं का चयन इन्हीं में से किया जायेगा।
02. अविराम क्षणिका विमर्श {क्षणिका विमर्श}
रविवार : 08.10.2023
‘समकालीन क्षणिका’ के दोनों मुद्रित अंकों के बाद चयनित क्षणिकाएँ। भविष्य में प्रकाशित होने वाले अंक में क्षणिकाओं का चयन इन्हीं में से किया जायेगा।
सभी रचनाकार मित्रों से अनुरोध है कि क्षणिका सृजन के साथ अच्छी क्षणिकाओं और क्षणिका पर आलेखों का अध्ययन भी करें और स्वयं समझें कि आपकी क्षणिकाओं की प्रस्तुति हल्की तो नहीं जा रही है!
मिथिलेश राकेश
01. फे़ल मत हो जाना
स्त्री!
ध्यान से सुन
है हर पल
परीक्षा तेरी
महिला दिवस
मात्र से ख़ुश होकर
फे़ल मत हो जाना।
02. ख़ौफ़ खा
सुन नादान
![]() |
रेखाचित्र : डॉ. संध्या तिवारी |
ऊपर वाले से
ख़ौफ़ खा
अपनी करतूतों से
बाज़ आ
ग़र तेरी बद्दुआओं में
असर होता
तो मेरा जहान
आबाद न होता।
- मो.: 09870808920/ईमेल : mrakesh.kvbly@gmail.com
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