समकालीन क्षणिका ब्लॉग अंक-03/284 जून 2023
क्षणिका विषयक आलेखों एवं विमर्श के लिए इन लिंक पर क्लिक करें-
01. समकालीन क्षणिका विमर्श { क्षणिका विमर्श}
02. अविराम क्षणिका विमर्श {क्षणिका विमर्श}
रविवार : 11.06.2023
‘समकालीन क्षणिका’ के दोनों मुद्रित अंकों के बाद चयनित क्षणिकाएँ। भविष्य में प्रकाशित होने वाले अंक में क्षणिकाओं का चयन इन्हीं में से किया जायेगा।
02. अविराम क्षणिका विमर्श {क्षणिका विमर्श}
रविवार : 11.06.2023
‘समकालीन क्षणिका’ के दोनों मुद्रित अंकों के बाद चयनित क्षणिकाएँ। भविष्य में प्रकाशित होने वाले अंक में क्षणिकाओं का चयन इन्हीं में से किया जायेगा।
सभी रचनाकार मित्रों से अनुरोध है कि क्षणिका सृजन के साथ अच्छी क्षणिकाओं और क्षणिका पर आलेखों का अध्ययन भी करें और स्वयं समझें कि आपकी क्षणिकाओं की प्रस्तुति हल्की तो नहीं जा रही है!
मिथिलेश दीक्षित
01.
नहीं फ़र्क़ होता है
वय से
कविता उपजी
अन्तर्लय से!
02.
आँधियों से
क्यों डरें हम,
सामने आने से जब
तूफान भी
कतरा रहे हैं!
03.
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रेखाचित्र : मॉर्टिन जॉन |
भीड़ जब भी
अनुकरण कर
भौंकती है,
तब हमारी अस्मिता
कुछ चौंकती है!
- जी-91,सी, संजयपुरम लखनऊ-226016, उ.प्र./मो. 06389178793
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