Sunday, November 12, 2017

खण्ड-2 के क्षणिकाकार-47

समकालीन क्षणिका             खण्ड/अंक-02                   अप्रैल 2017



रविवार  :  12.11.2017

क्षणिका की लघु पत्रिका ‘समकालीन क्षणिका’ के अप्रैल 2017 में प्रकाशित खण्ड-2 में शामिल श्री जयसिंह अलवरी जी की क्षणिकाएँ।


जयसिंह अलवरी







01.

लिखने बैठा 
जब-जब मैं 
आज के हालात पे कहानी
निकला सस्ता खून
महँगा पानी।

02.


बात-बात पे
होते अब
बड़े-बड़े दंगे हैं
छायाचित्र : उमेश महादोषी 
कहते जिन्हें

सब भोले हैं
वे भी हाथ
रँगे हैं।



  • दिल्ली स्वीट, सिरुगुप्पा-583121, जिला बल्लारी (कर्नाटक)/मोबा. 09886536450

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