समकालीन क्षणिका ब्लॉग अंक-03 /254 नवम्बर 2022
क्षणिका विषयक आलेखों एवं विमर्श के लिए इन लिंक पर क्लिक करें-
01. समकालीन क्षणिका विमर्श { क्षणिका विमर्श}
02. अविराम क्षणिका विमर्श {क्षणिका विमर्श}
रविवार : 13.11.2022
‘समकालीन क्षणिका’ के दोनों मुद्रित अंकों के बाद चयनित क्षणिकाएँ। भविष्य में प्रकाशित होने वाले अंक में क्षणिकाओं का चयन इन्हीं में से किया जायेगा।
02. अविराम क्षणिका विमर्श {क्षणिका विमर्श}
रविवार : 13.11.2022
‘समकालीन क्षणिका’ के दोनों मुद्रित अंकों के बाद चयनित क्षणिकाएँ। भविष्य में प्रकाशित होने वाले अंक में क्षणिकाओं का चयन इन्हीं में से किया जायेगा।
सभी रचनाकार मित्रों से अनुरोध है कि क्षणिका सृजन के साथ अच्छी क्षणिकाओं और क्षणिका पर आलेखों का अध्ययन भी करें और स्वयं समझें कि आपकी क्षणिकाओं की प्रस्तुति हल्की तो नहीं जा रही है!
बबिता गर्ग ‘किरण’
बेटी पर केंद्रित क्षणिकाएँ
1.
बेटी का अंत
समझो
संसार का अंत
2.
संस्कारशील
या संस्कारहीन
![]() |
रेखाचित्र : कमलेश चौरसिया |
माँ की है- बेटी
3.
मायके में राजकुमारी
ससुराल में
सहन करे दुश्वारी
- 970, सैक्टर 21 डी, फरीदाबाद, हरियाणा 121001/मो. 09212090094
No comments:
Post a Comment